नमस्कार दोस्तों इस लेख में आप ग्राम शब्द रूप सीखेंगे,ग्राम शब्द का अर्थ हिंदी में गांव होता है संस्कृत भाषा को सीखने के लिए धातु रूप और शब्द रूप काफी अहम माने जाते है उनमें से एक ग्राम शब्द रूप भी है अगर आपको संस्कृत भाषा में अच्छे नंबर प्राप्त करने है तो आपको ग्राम शब्द रूप संस्कृत में जरूर आना चाहिए। ग्राम शब्द अकारांत पुल्लिंग एवं अकारांत नपुंसकलिंग संज्ञा शब्द है और सभी अकारांत पुल्लिंग एवं अकारांत नपुंसकलिंग संज्ञा शब्द जैसे लोक, असुर, ईश्वर, छात्र, सूर्य, गृह, मास, इन्द्र, कृष्ण, आश्रम, दिवस, गोत्र, शिव, सुर, राम, वृक्ष,बालक, भक्त, कूप, आकाश, उत्सव, देव, शिष्य, शूद्र, गज, गोविन्द, गुण, अश्व, पाद, वानर, कपोत, अनेक, कृषक, आपण, अध्याय और वृषभ, अधर, लोक, गीत के जैसे ही बनते है इसलिए आप इस लेख को पढ़कर ग्राम शब्द रूप सीख जाते है तो सभी शब्द रूप भी आसानी से बना पाएंगे।
ग्राम शब्द रूप
नीचे दी गयी सारणी में हमने ग्राम शब्द रूप तीनों वचनों और सभी विभक्तियों में बताए है।
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
---|---|---|---|
प्रथमा | ग्रामः | ग्रामौ | ग्रामाः |
द्वितीया | ग्रामम् | ग्रामौ | ग्रामान् |
तृतीया | ग्रामेण | ग्रामाभ्याम् | ग्रामैः |
चतुर्थी | ग्रामाय | ग्रामाभ्याम् | ग्रामेभ्यः |
पंचमी | ग्रामात् / ग्रामाद् | ग्रामाभ्याम् | ग्रामेभ्यः |
षष्ठी | ग्रामस्य | ग्रामयोः | ग्रामाणाम् |
सप्तमी | ग्रामे | ग्रामयोः | ग्रामेषु |
सम्बोधन | हे ग्राम! | हे ग्रामौ! | हे ग्रामाः! |
निष्कर्ष
उम्मीद है दोस्तों इस लेख से आपको ग्राम शब्द रूप जानने को मिले होंगे और आपको ग्राम शब्द संस्कृत में भी सीखने को मिले होंगे इसके अलावा भी आपको कोई अन्य शब्द रूप जानना है तो कमेंट बॉक्स में जरूर बताए।
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