नमस्कार दोस्तों इस लेख से आप नेत्र शब्द रूप सीखेंगे जितना नेत्र का हमारे जीवन अहम होता है उतना ही नेत्र शब्द रूप संस्कृत में महत्वपूर्ण होता है जिन छात्रों को संस्कृत भाषा में अच्छे नंबर प्राप्त करने है उन्हें शब्द रूप आना बेहद जरूरी है क्योंकि इससे संबधित कई सारे सवाल परीक्षा में पूछे जाते है इन शब्द रूप में से एक नेत्र शब्द रूप भी है जो अकारान्त नपुसलिंग शब्द है।
नेत्र शब्द रूप बोलने पर अंत में अ की मात्रा होती है इसलिए यह अकारान्त होता है और सभी अकारान्त नपुसलिंग शब्द जैसे नक्षत्र, मुख, पुस्तक, कमल, नगर, वन, जल, धन, ज्ञान आदि एक जैसे ही बनते है इसलिए आप इस लेख को पूरा पढ़कर नेत्र शब्द रूप सीख जाते है तो सभी अकारान्त नपुसलिंग शब्द आसानी सीख पाएंगे।
नेत्र शब्द रूप
नीचे हमने नेत्र शब्द रूप सभी वचनों और विभक्तियों के अनुरूप बताए है।
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
---|---|---|---|
प्रथमा | नेत्रम् | नेत्रे | नेत्रानि |
द्वितीया | नेत्रम् | नेत्रे | नेत्रानि |
तृतीया | नेत्रेन | नेत्राभ्याम् | नेत्रैः |
चतुर्थी | नेत्राय | नेत्राभ्याम् | नेत्रेभ्यः |
पंचमी | नेत्रात् | नेत्राभ्याम् | नेत्रेभ्यः |
षष्ठी | नेत्रस्य | नेत्रयोः | नेत्रानाम् |
सप्तमी | नेत्रे | नेत्रयोः | नेत्रेषु |
सम्बोधन | हे नेत्रम् ! | हे नेत्रे ! | हे नेत्रानि ! |
निष्कर्ष
उम्मीद है दोस्तों इस लेख से आपको नेत्र शब्द रूप जानने को मिले होंगे और आपको आकाश शब्द संस्कृत में भी सीखने को मिले होंगे इसके अलावा भी आपको कोई अन्य शब्द रूप जानना है तो कमेंट बॉक्स में जरूर बताए।
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