गुलबर्गा में सोने का आज का भाव :
9 March 2024: 66,270\10gm - 24kt/10gm
राजाओं और राजघरानों के समृद्ध इतिहास के लिए जाना जाने वाला गुलबर्गा के लोगों को अतीतकाल से ही सोने से काफी लगाव रहा है। गुलबर्गा में 10 लाख से ज्यादा लोग निवास करते है जो हर दिन सोने को आभूषण,बिस्किट और छड़ के रूप खरीदना पसंद करते है। शादियों और दीवाली,दशहरा जैसे त्यौहारों पर सोने की मांग काफी बढ़ जाती है और इस दौरान सोने की बिक्री में भी काफी तेजी देखने को मिलती है।
वर्तमान में गुलबर्गा सहित भारत के सभी शहरो में लोगों की सोने में निवेश करने में काफी रूचि बढ़ी है। गुलबर्गा के निवासी डिजिटल और फिजिकल रूप से सोने में निवेश करते है इसलिए हर दिन गुलबर्गा में सोने के भाव जानने के लिए उत्सुक रहते है। इस पेज में आपको गुलबर्गा के 22 कैरेट और 24 कैरेट सोने के भावों की ताजा अपडेट दी जाती है।
आज गुलबर्गा में 22 कैरेट और 24 कैरेट सोने के भाव
ग्राम | 22 कैरेट सोने का भाव | 24 कैरेट सोने का भाव |
1 ग्राम | 6075 | 6627 |
8 ग्राम | 48,600
| 53,016
|
10 ग्राम | 60,750
| 66,270
|
100 ग्राम | 6,07,500 | 6,62,700 |
गुलबर्गा पिछले 30 दिनों में 10 ग्राम सोने के दाम
दिनांक | 22 कैरेट सोने का भाव | 24 कैरेट सोने का भाव |
|
|
|
29 Febuary 2024 | 57,590 | 62,830 |
28 Febuary 2024 | 57,590 | 62,830 |
27 Febuary 2024 | 57,600 | 62,840 |
26 Febuary 2024 | 57,600 | 62,840 |
25 Febuary 2024 | 57,700 | 62,950 |
24 Febuary 2024 | 57,700 | 62,950 |
23 Febuary 2024 | 57,500 | 62,730 |
22 Febuary 2024 | 57,500 | 62,730 |
21 Febuary 2024 | 57,600 | 62,740 |
20 Febuary 2024 | 57,350 | 62,560 |
19 Febuary 2024 | 57,450 | 62,670 |
18 Febuary 2024 | 57,200 | 62,400 |
17 Febuary 2024 | 57,200 | 62,400 |
16 Febuary 2024 | 57,100 | 62,290 |
15 Febuary 2024 | 56,900 | 62,070 |
13 Febuary 2024 | 57,600 | 62,840 |
12 Febuary 2024 | 57,700 | 62,950 |
11 Febuary 2024 | 57,700 | 62,950 |
10 Febuary 2024 | 57,700 | 62,950 |
9 Febuary 2024 | 57,900 | 63,160 |
8 Febuary 2024 | 58,000 | 63,230 |
7 Febuary 2024 | 58,000 | 63,230 |
6 Febuary 2024 | 57,750 | 63,000 |
4 Febuary 2024 | 57,950 | 63,320 |
3 Febuary 2024 | 58,100 | 63,380 |
2 Febuary 2024 | 58,300 | 63,600 |
1 Febuary 2024 | 58,150 | 63,440 |
31 January 2024 | 58,000 | 63,270 |
30 January 2024 | 58,000 | 63,270 |
29 January 2024 | 57,800 | 63,050 |
28 January 2024 | 57,700 | 62,950 |
27 January 2024 | 57,700 | 62,950 |
26 January 2024 | 57,700 | 63,050 |
25 January 2024 | 57,700 | 62,950 |
24 January 2024 | 57,750 | 63,000 |
23 January 2024 | 57,800 | 63,050 |
22 January 2024 | 57,800 | 63,050 |
21 January 2024 | 57,800 | 63,050 |
20 January 2024 | 57,800 | 63,050 |
19 January 2024 | 57,700 | 62,950 |
18 January 2024 | 57,400 | 62,620 |
17 January 2024 | 57,700 | 62,950 |
16 January 2024 | 58,050 | 63,330 |
15 January 2024 | 58,150 | 63,440 |
14 January 2024 | 58,000 | 63,270 |
13 January 2024 | 58,000 | 63,270 |
12 January 2024 | 57,700 | 62,950 |
11 January 2024 | 57,600 | 62,830 |
8 January 2024 | 57,800 | 63,050 |
7 January 2024 | 58,000 | 63,270 |
6 January 2024 | 58,000 | 63,270 |
5 January 2024 | 58,000 | 63,270 |
4 January 2024 | 58,100 | 63,380 |
3 January 2024 | 58,500 | 63,820 |
2 January 2024 | 58,750 | 64,090 |
1 January 2024 | 58,550 | 63,870 |
डिजिटल गोल्ड क्या और इसमे कैसे निवेश करें ?
डिजिटल गोल्ड वर्तमान में सबसे पसंदीदा निवेश माना जाता है जिसे ई गोल्ड भी कहा जाता है,कई प्लेटफार्म जैसे पेटीएम, फ्रीचार्ज, HDFC सिक्योरिटीज और Upstox ने MMTC-PAMP और Safegold के साथ पाटनर्शिप करके यूजर्स को डिजिटल गोल्ड लेने की सुविधा प्रदान की है। MMTC-PAMP और Safegold के वॉलेट में आप 5 साल तक सोने को सुरक्षित रख सकते है।
डिजिटल गोल्ड कैसे लें ?
- सबसे पहले Upstox या Paytm में रजिस्ट्रेशन प्रोसेस को पूरा करें।
- अब आप जीतने भी पैसे का सोना खरीदेंगे उसकी मात्रा वॉलेट में जमा हो जाएगी।
- आप अपने सोने रिडीम करके भौतिक सोना प्राप्त कर सकते है लेकिन इसके लिए आपको मैकिंग और डिलीवरी चार्ज देना होगा।
- अगर आप चाहे तो होल्डिंग में रखें सोने को MMTC-PAMP या Safegold कीओपन सेल विंडो में बेच सकते है और जो भी प्रॉफिट और मूल सोने का पैसा आपके प्लेटफॉर्म अपनी फ़ीस काटकर खाते में जमा कर देगा।
- आप Upstox या पेटीएम किसी अन्य प्लेटफॉर्म के 1 से 1000 ₹ तक का ट्रांजैक्शन कर सकते है
गुलबर्गा में सोने की मांग किस प्रकार है ?
गुलबर्गा भारत के ऐसे बाजारों में से जहाँ लगातार सोने की मांग बढ़ती जा रही है और इस मांग को पूरी करने के लिए गुलबर्गा में कई छोटे बड़े ज्वैलर है। गुलबर्गा के लोग सोने को आभूषण के रूप में खरीदना काफी पसंद करते है और जब भी त्यौहार और शादियों का सीजन आता है तो सोने की मांग काफी बढ़ जाती है जिसका सीधा असर गुलबर्गा में सोने की दर पर भी देखने को मिलता है।
गुलबर्गा धार्मिक और सांस्कृतिक प्रवृति का शहर है जिस कारण यहाँ पर सोने की मांग तेज वृद्धि ही देखने को मिलती है कमी कभी कभी ही देखने को मिलती है। गुलबर्गा के लोग सोने में निवेश करना भी काफी पसंद करते है इसके लिए वे सोने की नियमित अपडेट जानने के बारे में काफी उत्सुक रहते है।
गुलबर्गा में सोने के भावों में में तेजी कब होती है ?
भारत एक सांस्कृतिक और धार्मिक आस्थाओं वाला देश है और यहाँ पर सोने को शुभ मानने की परंपरा प्राचीनकाल से चली आ रही है। इसी प्रकार पुरानी परंपराओ को बरकरार रखते है हुए आज भी भारत में सोने को हर घर विशेष स्थान दिया जाता है और शरीर का महत्वपूर्ण अंग माना जाता है। दुनिया भर में सोने की मांग अधिक है और मात्रा कम है इसलिए सोने के भाव तेजी से बढ़ रहे है।
गुलबर्गा में शादियों और त्यौहारों पर सोने के गहने बड़ी मात्रा में खरीदे जाते है और इसी समय बाजार में सोने की मांग काफी हो जाती है और सोने की मात्रा कम होने से भावों में तेजी से वृद्धि हो जाती है। इसके अलावा देश की अर्थव्यवस्था कमजोर होने पर या डॉलर का रुपए के मुकाबले मजबूत होने पर भी गुलबर्गा में सोने के भावों में तेजी देखने को मिलती है।
गुलबर्गा में सोने का भाव किस प्रकार निर्धारित होता है ?
गुलबर्गा में सोने के भाव कई कारकों को ध्यान में रखकर निर्धारित होते है जैसे सोने की मांग,ब्याज दर और सरकारी नीतियाँ आदि किसी भी शहर में सोने के भावो को निर्धारित करने में अहम रोल अदा करती है। गुलबर्गा में सोने के भावों में तेजी और गिरावट इन्हीं सभी कारकों के अनुकूल और प्रतिकूल होने के कारण देखने को मिलती है। सोने के भावों को प्रभावित करने वाले कारकों को विस्तृत रूप से जानते है।
सोने की मांग
किसी भी शहर की सोने की मांग वहाँ सोने के भावों को तय करने में सबसे ज्यादा योगदान निभाती है। जैसे हम सभी को पता है किसी चीज की अगर कमी है और उसकी मांग काफी है तो उसके भाव अपने आप बढ़ जाते है। इसी प्रकार जब त्यौहारों और शादियों के समय सोने की मांग गुलबर्गा सहित देश के सभी हिस्सों में काफी बढ़ जाती है। गुलबर्गा में सोने को मुख्यतः आभूषण के रूप में खरीदा जाता है। सोना जैसी कीमती धातु की मांग के मुकाबले कमी होना ही सोने के भावों को तेजी से बढ़ाता है।
ब्याज दर
अमेरिका और कनाडा जैसे विकसित देशों में कई व्यक्ति अपने सोने को बैंको में रखकर वित्तीय सहायता प्रदान करते है इसी प्रकार कई लोग सोने को विभिन्न रूपों में खरीदकर अपने पास जमा करते है इससे बाजार में सोने की कमी आ जाती है और सोना के भाव काफी बढ़ने लगते है। बैंक सोने के बदलें जो वित्तीय सहायता देती है उसकी ब्याज दर काफी बढ़ जाती है और प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से उससे सोने के भावों पर भी काफी असर देखने को मिलता है।
सरकारी नीतियाँ
सरकारी नीतियाँ भी सोने के भावों के तेजी और गिरावट में काफी उत्तरदायी होती है। जब सरकार किसी भी कीमती धातु पर टैक्स लगाती है और अगर वे उसके अनुकूल है तो सोने के भाव काफी हद तक गिर जाते है और जब प्रतिकूल हो तो सोने के भाव काफी बढ़ जाते है।
अमेरिकी डॉलर में मजबूती
हम सभी को पता है भारत सोने आयात करता है और सोने का मूल्य डॉलर में होता है और भारत को विदेशों से सोना आयात करने के लिए डॉलर्स में कीमत चुकानी होती है। इसी कारण जब डॉलर महंगा और मजबूत होगा तो भारतीय रुपया कम हो जाएगा और भारत को सोना आयात करने के लिए बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी जिससे सोना महँगा हो जाएगा। अगर वहीं डॉलर के मुकाबले रुपया थोड़ी मजबूती दिखाता है तो सोने के भाव में भी गिरावट देखने को मिलती है।
मिश्र धातु महंगी होना
जब हम आभूषण निर्मित करवाते है तो उसमें 22 कैरेट सोने के साथ तांबा , कॉपर आदि धातुएँ भी मिश्रित की जाती है ताकि सोना मजबूत रहे और टूटे नहीं। जब मिश्र धातुएँ महंगी होती है तो सोने के भाव भी बढ़ेंगे।
सोना क्यों खरीदे?
सोना और चांदी खरीदने के उद्देश्य क्या हैं? सबसे पहले, क्रय शक्ति को दीर्घकालिक रखने के लिए। लगातार मुद्रास्फीति के समय में, पैसा क्रय शक्ति खो देता है। कहा जाता है कि कीमती धातुओं को बहुत अच्छा संरक्षण माना जाता है।
इसलिए, जब आप खरीदारी करते हैं तो आपको आश्चर्य नहीं होना चाहिए। अगर हम चाहते हैं कि हमें सामान तुरंत मिल जाए तो हम भी अधिक भुगतान करेंगे। जब हम डिलीवरी के लिए इंतजार करने के लिए तैयार हों, तो एप्रिस कम होना चाहिए। कीमती धातु का डीलर चुनना महत्वपूर्ण है कीमती धातुओं का एक विश्वसनीय आपूर्तिकर्ता। यह बाजार में एक स्थापित स्थिति के साथ एक कंपनी होनी चाहिए, जो कुछ समय के लिए विद्यमान है और एक अच्छी प्रतिष्ठा है। यदि हम व्यक्तिगत रूप से अनमोल धातुओं की खरीद करना चाहते हैं, अगर जी में ऐसी कोई संभावना है
गुलबर्गा में सोना खरीदने से पहले ध्यान रखने वाली बातें
गुलबर्गा या भारत के किसी भी अन्य शहर में सोना खरीदने से पहले आपको निम्न बातों ध्यान में अवश्य रखना चाहिए।
- सबसे पहले आपको सोने के भाव की जानकारी होनी चाहिए और शुद्ध सोना ही खरीदना व उसमें निवेश करना चाहिए।
- किसी भी दुकान से सोना खरीदने से पहले आपको शुद्धता का पता करने के लिए BSI का हॉलमार्क अवश्य देखना चाहिए। BSI द्वारा 22K, 18K और 14 K सोने पर हॉलमार्क लगाया जाता है। हालाँकि हॉलमार्क सहित सोना बिना हॉलमार्क के सोने से काफी महंगा हो सकता है।
- किसी भी ज्वैलर से सोना खरीदने से पहले आपको उससे मैकिंग चार्ज अवश्य पूछना चाहिए और जहाँ मैकिंग चार्ज कम हो वहाँ से खरीदारी करने पर आपको कीमत में थोड़ी राहत मिल सकती है।
- अगर आपको सोने के तोल में संशय होता है तो तीसरे पक्ष के माध्यम से आपको सोना अवश्य तोलना चाहिए।
- किसी भी दुकान से सोना खरीदने पर बिल/चालान अवश्य प्राप्त करें।
22 कैरेट और 24 कैरेट सोने में क्या अंतर् है ?
22 कैरेट और 24 कैरेट सोने के बीच काफी अंतर होता है लेकिन इससे पहले आपको कैरेट का मतलब भी पता होना चाहिए। कैरेट का अर्थ सोने की शुद्धता होता है और आपने कभी कभार किसी से सुना भी होगा 24 कैरेट खरा सोना है। इसका मतलब 24 कैरेट सोने की शुद्धता का अंतिम बिंदु होता है इससे और अधिक सोना शुद्ध नहीं हो सकता है।
अगर आप किसी प्रकार प्रकार के आभूसण बनवाते है तो वे 22 कैरेट सोने में ही निर्मित होते है और किसी भी प्रकार का निवेश करते है जैसे बिस्किट या छड़ उन्हें 24 कैरेट सोने में निर्मित किया जाता है। सोना भंगुर होता है और 24 कैरेट सोने में आभूष्णों का निर्माण करने पर टूटने का डर रहता है। इसलिए सोने के आभूषण 22 कैरेट में ही बनते है हालाँकि इनमें 24 कैरेट के मुकाबले शुद्धता कम होती है।
गुलबर्गा में 22 कैरेट या 24 कैरेट कौनसा सोना खरीदना चाहिए ?
24 कैरेट हो या 22 कैरेट दोनों सोना ही है लेकिन फर्क है शुद्धता का 24 कैरेट सोने 99.9 शुद्ध सोना होता है तो वहीं 22 कैरेट सोने के अंदर सोने की शुद्ध मात्रा कम होती है और उसके स्थान पर कुछ मात्रा अन्य धातुओं की होती है। अगर आप सोने को आभूषण के रूप में खरीदते है तो इनका निर्माण 22 कैरेट सोने से ही होता है।
इसके अलावा अगर आप सोने के बिस्किट या छड़ खरीदते है तो वो 24 कैरेट सोने में मिलेगी जिसके अंतर्गत आप निवेश कर सकते है। गुलबर्गा में कई छोटे बड़े ज्वैलर है जहाँ आपको 22 कैरेट और 24 कैरेट दोनों प्रकार सोने मिल जाएँगे।
कैरेट में सोने की शुद्ध मात्रा कितनी पाई जाती है
- 24 कैरेट = 100% शुद्ध सोना (99.9%)
- 22 कैरेट = 91.7% सोना
- 18 कैरेट = 75.0% सोना
- 14 कैरेट = 58.3% सोना
- 12 कैरेट = 50.0% सोना
- 10 कैरेट = 41.7% सोना
गुलबर्गा में सोने में निवेश कैसे करें ?
गुलबर्गा में आप निम्न तीन प्रकार से सोने में निवेश कर सकते है जिससे आप एक अच्छी राशि अर्जित कर सकते है।
- आभूषण खरीदें :- भारत में किसी भी व्यक्ति की आभूषण खरीदने की तीव्र इच्छा होती है इसका मुख्य कारण सदियों से चली आ रही सोने के आभूषणों को खरीदने की परंपरा है। भारत में त्यौहारों और शादियों के दौरान बड़ी मात्रा में सोने की खरीदारी होती है जो एक अच्छा निवेश भी माना जाता है।
- सोने के बिस्किट या छड़ :- सोने के आभूषण खरीदने पर मैकिंग चार्ज लगता जिससे पैसे काफी लगते है लेकिन सोने को बिस्किट और छड़ के रूप में खरीदने पर मैकिंग चार्ज की बचत होती है और इसे लंबे समय तक अपने पास रख सकते है।
- डिजिटल गोल्ड :- वर्तमान में डिजिटल रूप से गोल्ड में निवेश करना हर कोई पसंद कर रहा है और बढ़ती तकनीकी सुविधाओं ने इसे काफी आसान भी बना दिया है। आज इंटरनेट पर पेटीएम ,Upstox और म्यूच्यूअल फंड जैसे कई माध्यम उपलब्ध जहाँ से आप डिजिटली रूप से सोने में निवेश कर सकते है। डिजिटल गोल्ड में निवेश करने की पूरी जानकारी आप ऊपर पढ सकते है।
गुलबर्गा में सोने में निवेश करने के लिए आवश्यक दस्तावेज
- अगर आप 2 लाख से अधिक रुपए का निवेश सोने में करना चाहते है तो आपके पास पैन कार्ड होना जरूर है।
- गोल्ड ईटीएफ (इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडेड फंड) के माध्यम से सोने में निवेश करने के लिए आपको ब्रोकरेज खाता और ईटीएफ विक्रेता में एक डीमैट अकाउंट खोलना होगा।
- SGB (सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड) और डिजिटल गोल्ड में निवेश करने के लिए आपको डीमैट खाते की आवश्यकता नहीं होगी साथ ही आपको कागजात भी कम देने होंगे।
- Upstox और म्यूच्यूअल फण्ड जैसे ब्रोकर्स के अंदर आपको एक डीमैट अकाउंट बनाना होगा।
गुलबर्गा में पुराने सोने का क्या करें ?
यदि आपके पास पुराना और अप्रयुक्त सोना है और अब आप इसे अपने पास नहीं रखना चाहते है या कारण वश आपको पैसो की आवश्यकता है। इसके लिए आप अपने सोने को अपने जान पहचान के या किसी भी ज्वैलर से बेच सकते है और तुरंत नकद कैश प्राप्त कर सकते है।
इसके अलावा वर्तमान में कई बैंक और कंपनिया है जो गोल्ड लोन प्रदान करती है आप मुसीबत के समय कंपनियों से गोल्ड लोन ले सकते है यह आपको ज्वैलर की तुलना में रेट भी अच्छा प्रदान करती है। यदि आप पुराने सोने को नए सोने में तब्दील करवाना चाहते है तो आप ज्वैलर से सम्पर्क करके पुराने सोने के बदले नए आभूषण बनवा सकते है।
हॉलमार्क व केडियम में क्या अंतर है ?
गुलबर्गा में केडीएम और हॉलमार्क दोनों प्रकार के सोने उपलब्ध जिनकी खरीदारी आप कर सकते है। केडीएम और हॉलमार्क वाले सोने निम्न अंतर है जो आपको अवश्य पता होने चाहिए।
हॉलमार्क :- हॉलमार्क सोना वे सोना होता है जिसे भारतीय मानक ब्यूरो द्धारा शुद्ध होने के प्रमाण दिया जाता है और इस सोने BSI का हॉलमार्क भी बना होता है।
केडियम सोना :- यह सोना 92% सोने और 8% केडियम का मिश्रण होता है। सोने के साथ मिश्रित धातुएँ से निर्मित ज्वैलरी की डिजाइन को केडियम कहा जाता है।
गुलबर्गा में 916 हॉलमार्क सोना क्या है ?
916 हॉलमार्क सोने को 22 कैरेट सोने के रूप में जाना जाता है और 22 कैरेट सोने के अंतर्गत 91.6 प्रतिशत सोना होता है और बाकि अन्य धातुओं से मिलाकर इसका निर्माण किया जाता है। 22 कैरेट सोने की शुद्धता का प्रमाणन करने के लिए भारतीय मानक ब्यूरो BSI द्धारा हॉलमार्क लगाया जाता है और इसे ही 916 हॉलमार्क के रूप में जाना जाता है।
गुलबर्गा में गोल्ड लोन कैसे लें ?
भारत के हर शहर में गोल्ड इंश्योरेंस कंपनिया है उसी प्रकार गुलबर्गा में भी आपको कई न कई गोल्ड इंश्योरेंस कंपनी मिल जाएगी जहाँ से आप गोल्ड लोन ले सकते है। गोल्ड लोन लेना इतना मुश्किल क्यूँकि इसमें आपको अपना सोना जमा करना पड़ता है।
गोल्ड लोन लेने से पहले अपने आय के स्रोतों को ध्यान में अवश्य रखें क्यूँकि अगर आप गोल्ड को निश्चित की गयी अवधि में नहीं लौटा पाए तो शायद आपको अपना सोना भूलना पड़ेगा। गोल्ड इंश्योरेंस कंपनिया या बैंक लगभग 11 महीने तक लोन प्रदान करती है और इसके पश्चात लोन पूरा न होने पर वे आपका सोना जब्त कर लेती है।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना क्या है और इसके फायदे व नुकसान ?
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना RBI द्धारा निवेशको के लिए निकाली गयी एक शानदार योजना है जिसमें निवेशक 1 ग्राम से लेकर 4 किलो तक की सोने की खरीदारी कर सकता है जिसके पश्चात निवेशक के नाम का बांड तैयार होता है। यह सोना 8 साल में पूरी तरह से मैच्योर होता है लेकिन आप आवश्यकता पड़ने पर 5 साल के पश्चात ही सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना से बाहर निकल सकते है।
1. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना के फायदे
- सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना से सोना आप डीमैट और पेपर फॉर्म दोनो रूपों में खरीद सकते है।
- सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना सरकार समर्थित योजना है।
- इसमें सोना आपको डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक रूप में प्राप्त होता है इसलिए शुद्धता से जुडी समस्या भी उत्पन्न नहीं होती है।
- डिजिटल सोने की सुरक्षा भौतिक सोने के मुकाबले काफी अधिक होती है।
- सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना के तहत आपको आपके सोने के बदले सालाना ब्याज भी मिलता है चाहे सोने कीमत गिरे या बढ़े आपको ब्याज अवश्य मिलेगा।
2. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना के नुकसान
- अगर आप सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना के तहत सोना कम अवधि के लिए खरीदते है और उस समय सोने की कीमत में गिरावट होती है तो आपको कीमत उस भाव के अनुरूप मिलेगी न की आपने निवेश किया उतनी। हालाँकि आप लंबे समय तक सोने में निवेश करते है तो सोने में उतार चढ़ाव का असर आपके ऊपर नहीं होगा।
- सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना के तहत आपको सोना डिजिटल,कागज और इलेक्ट्रॉनिक रूप में मिलता है और अगर आप उसे फिजिकल रूप में बदलना चाहते है तो इसके लिए आपको काफी प्रयास करने पड़ेंगे।
गुलबर्गा में सोने की सुरक्षा कैसे करें ?
गुलबर्गा के अलावा किसी भी शहर में सोना अपने पास रखना बेवकूफी है क्युकी सोना आपके पास होने पर आपको उसकी सुरक्षा को लेकर चिंता बनी रहेगी इस कारण सोने को खरीदने से पहले अपने नजदीकी और जान पहचान की बैंक में लॉकर खुलवा लेना चाहिए। बैंक में सोना रखने पर भी आपको कुछ सावधानिया रखनी पड़ेगी जैसे चाबी को अच्छी तरह संभालकर रखना चाहिए क्युकी लॉकर की डबल चाबी बनवाना मुश्किल है इसके अलावा चाबी खो जाने पर आपको काफी तकलीफ उठानी पड़ सकती है इस कारण सोना को इलेक्ट्रॉनिक माध्यम में निवेश करना भी सुरक्षित है तो इस प्रकार आप किसी भी शहर में अपने सोने की सुरक्षा कर सकते है।
सोने की खरीदारी करने के पश्चात उसे सुरक्षित कैसे रखे ?
सोने की देखभाल करें
गुलबर्गा जैसे बड़े शहर में सोने की देखभाल करना मुश्किल है सोना एक बड़ी सम्पति है इस कारण आपको सोने की देखभाल करते समय जरा सी भी लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए अन्यथा इसका परिणाम बुरा हो सकता है। सोने को सुरक्षित रखने का सबसे उचित तरीका है बैंक लॉकर में रखना वहा पर इसके बदले आपको कुछ पैसे देने पड़ेंगे लेकिन आपका सोना महफूज रहेगा।
सोने को घर में न रखे
गुलबर्गा जैसे शहर में सोने को घर में रखना मूर्खता पूर्ण फैसला होगा ,जब हमारे आस -पास इतने सारे लॉकर्स है तो घर में सोना क्यों रखे ,आप अपने आस -पास के लोगो को भी पूछेंगे तो भी उनकी यही सलाह होगी। और फिर भी अगर आप सोने को घर में रखते है तो आपके मन सोने की चोरी की आशंका बनी रहेगी इस कारण आप अभी अपने नजदीकी बैंक में जाकर लॉकर खोले।
बैंक लॉकर पर कुछ तथ्य
बैंक लॉकर्स में आपका सोना एक दम महफूज रहता है लेकिन अब मन में सवाल आता है की कभी बैंक लॉकर्स को तोड़ दिए जाते है और सोने की चोरी हो जाती है लेकिन इस प्रकार चोरी के लिए आप एक अच्छी और सुरक्षित बैंक का पता करें , सोने को बैंक लॉकर में डालने के पहले आपको अपनी सबसे नजदीक बैंक में जाना चाहिए और वहा पर अच्छी तरह से पूछताछ करनी चाहिए की वे अपनी बैंक में लॉकर की सुविधा देते है या नहीं और अगर आपके उस बैंक के साथ अच्छे संबंध जैसे आपके पैसे वहा पर जमा हो तो आपको सोने के लॉकर शुल्क में अच्छी छूट मिल सकती है।
Disclaimer:- https://www.pbmarketing.co.in पर दिखाए सोने के भाव आपको सिर्फ सोने के बाजार के दामों से अवगत करने के लिए दिखाए गए है और कोई गारंटी नहीं है की सोने के भाव एकदम सही है हालाँकि https://www.pbmarketing.co.in का पूरा प्रयास है की आपको सही दाम का पता चले। लेकिन यह आपको किसी भी प्रकार से खरीदने या बेचने के लिए प्रेरित नहीं करते है और इस कारण होने वाली किसी भी हानि या क्षति का जवाबदेह नहीं है यह भाव आपको सिर्फ सुचना के रूप में बताये गए है। इसलिए सही भाव जानने के लिए अपने नजदीकी ज्वैलर से संपर्क करें वहाँ से आपको टैक्स और मैकिंग चार्ज के साथ सोने के भाव की जानकारी मिलेगी। धन्यवाद
Post a Comment