बीमा किसे कहते हैं और बीमा कितने प्रकार के होते है जाने हिंदी में

नमस्कार दोस्तों इस लेख में आप बीमा क्या है और बीमा कितने प्रकार के होते हैं इसके बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करेंगे। दोस्तों बीमा या अंग्रेजी में आप इसे insurance के नाम से भी जानते होंगे,यह शब्द आज हमारी दैनिक दिनचर्या का अटूट हिस्सा बन चूका है। दोस्तों आप गाड़ी खरीदने चले जाओ या फिर अस्पताल में इलाज करने जाएँ आपको वहाँ पर एक सलाह जरूर दी जाएगी की आप इसका बीमा जरूर करवाएं। वर्तमान से कुछ समय पहले अगर बीमा एजेंट हमारे चककर लगाते लगाते थक जाता तो भी हम बीमा नहीं करवाते थे और कहते थे ऐसा बीमा किस काम का जिसका फायदा हमारे मरने के पश्चात मिलता हो। 

दोस्तों लेकिन आज सबकुछ बदल चूका लोग ऑफलाइन के साथ साथ ऑनलाइन भी बीमा करवा रहे है इसके कई कारण है जिन्हें आप इस लेख में जानेंगे। दोस्तों अगर आप बीमा क्या है और बीमा कितने प्रकार के होते हैं के बारे में जानना चाहते है तो इस लेख को पूरा अवश्य पढ़ें। 


बीमा क्या है 


बीमा किसे कहते हैं और बीमा कितने प्रकार के होते है



बीमा की कई प्रकार से अलग अलग परिभाषा हो सकती है जैसे 

  1. बीमा वह प्रक्रिया है जिसमें बीमा कंपनी छोटे छोटे टुकड़ों या क़िस्त के रूप में पैसा लेती है और कल या भविष्य में होने वाली किसी भी घटना या मृत्यु पर एक बड़ा मुआवजा प्रदान करती है। 
  2. बीमा कंपनी और बीमा लेने वाले व्यक्ति के बीच अनुबंध होता है जिसमें कंपनी व्यक्ति से छोटी छोटी धनराशि के रूप में प्रीमियम लेती है और बदले शर्त के हिसाब से नुकसान का हर्जाना प्रदान करती है। 
  3. भविष्य में होने वाले किसी भी नुकसान को सुधारने के लिए छोटे मौद्रिक मुआवजे या प्रीमियम के बदले एक मुश्त बड़ी राशि प्राप्त होना। 

अगर आपको बीमा की परिभाषा समझ नहीं आयी तो सीधे रूप से यह समझ लें बीमा भविष्य में आने वाले किसी भी जोखिम की सुरक्षा है। जैसे अगर आप किसी प्रकार के सामान कार,मोबाइल घर आदि की खरीदारी करते है तो अगर आप उसका बीमा करवाते है तो भविष्य में होने वाले किसी भी नुकसान का हर्जाना कंपनी आपको प्रदान करती है जिससे व्यक्ति को आर्थिक नुकसान नहीं उठाना पड़ता है। 

बीमा क्यों जरूरी है 


दोस्तों यह सवाल आपके मन में कभी न कभी जरूर आया होगा की आखिर बीमा क्यों जरूरी है तो इसका सीधा सा जवाब है की हमारे जीवन में कल क्या घटना हो जाए जिसमें कुछ भी हो सकता है क्यूँकि हमें तो इसका पता नहीं है। अगर आप मेहनत करके पैसे कमाकर एक गाड़ी लेकर आए और कुछ ही दिनों पश्चात उस गाड़ी को किसी प्रकार का नुक़सान हो जाए तो आपके पैसे और गाड़ी दोनों चले जाएँगे लेकिन अगर आप उसका बीमा करवाएँगे तो कंपनी आपके नुकसान का भरपाया करेगी। 

इसके अलावा भगवान न करें किसी बीमारी,एक्सीडेंट या प्राकृतिक कारणों से आपको कोई हानि हो जाए तो आपके परिवार की वित्तीय स्तिथि को सहारा देने का कार्य बीमा कंपनी का होता है। भारत में पहले लोग बीमा के प्रति इतना सजक नहीं थे और बीमा को इतना महत्व नहीं देते थे लेकिन आज लोग ऑनलाइन बीमा करवा रहे ताकि भविष्य में आने वाली किसी भी स्तिथि का सामना आसानी से कर सकें। 


बीमा का महत्व क्या है 


हमारे जीवन में बीमा का क्या महत्व है इसका पता आप इसी बात से लगा सकते है की वर्तमान में आप किसी भी चीज को खरीदे तो बीमा करवाने की सलाह अवश्य मिलेगी। भारत में इंटरनेट युग से पहले बीमा एजेंट चककर लगाते लगाते तक जाते थे लेकिन दिन में एक बीमा मुश्किल से करवा पाते थे। अब सब कुछ बदल चूका है आज लोग ऑफलाइन के साथ साथ ऑनलाइन कंपनियों से बीमा करवा रहे है। प्राचीन समय के बाद से इंसान ने काफी विकास किया है लेकिन विकास के साथ कुछ हानि भी हुई है जिस कारण लोग किसी भी प्रकार के नुकसान की भरपाई करने का तरीका ढूँढ रहे है। भारत में बड़ी मात्रा में मध्यम वर्गीय परिवार है जिनके घर का खर्च केवल एक सदस्य पर निर्भर होता है और किसी दुर्घटना में उस सदस्य की मृत्यु  हो जाने पर पूरे परिवार की आर्थिक स्तिथि डगमगा जाती है। 

इस कारण परिवार की आर्थिक रूप से कमजोर हो जाता है और उसे अपने जीवन यापन के लिए घर, खेत,गहने आदि तक बेचने पड़ जाते है लेकिन अगर उस व्यक्ति का बीमा होता है तो परिवारजनों को बीमा कंपनी द्धारा उचित सहायता प्रदान की जाती है जिससे परिवार अपनी आर्थिक स्थिति को सदृढ़ कर सकता है। 
वर्तमान में जिस तरह जोखिमों और दुर्घटनाओँ में वृद्धि हुई है उसी प्रकार बीमा करवाने वाले लोगों और बीमा करने वाली कंपनियों में भी वृद्धि देखने को मिली है। बीमा के महत्व कई अलग अलग प्रकार के हो सकते है जो निम्न है। 

बीमा का पारिवारिक महत्व 


बुढ़ापे का सहारा :- वर्तमान में बीमा वृद्ध लोगों के लिए आरामदायक जीवन जीने की वजह बनता जा रहा है। कई बार हम देखते है की वृद्ध लोगों का परिवारजनों द्धारा साथ छोड़ दिया जाता है जिस समय उन्हें सहारे की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। भारत में कई वृद्धश्रम ऐसे ही भरे हुए नहीं है लेकिन आज व्यक्ति अपने पैसों को बीमा के रूप में संजोता है जो उसके वृद्ध जीवन में काफी काम आते है। 

आत्म सम्मान को ठेस नहीं पहुंचती :- अगर भगवान न करें आपके परिवार में किसी व्यक्ति को कोई बीमारी हो जाए जिसके इलाज के लिए आपको दूसरों के सामने पैसों की भीख मांगनी पड़े और आपका आत्मसमान पूरी तरह से तहस नहस हो जाए। लेकिन अगर आपके पास हेल्थ बीमा है तो आपको बीमा कम्पनी द्धारा सहायता प्रदान की जाती है जिससे आपको किसी से पैसे मांगने की भी आवश्यकता नहीं होगी। 


जोखिम से सुरक्षा मिलती :- वर्तमान में किसी भी कार्य को करने में जोखिम है चाहे आप खाना बना रहे हो या मोबाइल फ़ोन चला रहे हो आपका जीवन जोखिम से भरा हुआ है। इंसान के जीवन में आने वाले जोखिम की सुरक्षा करता है बीमा और बीमा ने लोगों की सुरक्षा ही नहीं दी बल्कि जिन बीमा एजेंट के सर पर नौकरी जाने का जोखिम होता था आज वे भी इससे रोजगार प्राप्त कर रहे है। इसके अलावा कई ऑनलाइन व्यवसाय भी है जो लोगों को बीमा की सुरक्षा प्रदान करके रोजगार प्राप्त करते है। 

भविष्य की आवश्यक्ताओं का पूर्ण होना :- वर्तमान में कई कंपनिया जो अलग अलग प्रकार के बीमा सुविधाएँ जैसे शिक्षा, विवाह, पेंशन आदि प्रदान करती है,इससे आप अपने भविष्य में आने वाली योजना को तैयार कर सकते है। किसी भी माध्यमवर्गीय परिवार की आय सीमित होती है इसीलिए वे धीरे धीरे करके वर्तमान में ही भविष्य की तैयारी कर लेता है। इसके अलावा कई लोग तो अपने मरने के पश्चात भी परिवार की आवश्यक्ताओं की पूर्ति के लिए बीमा करवाते है। 

बीमा कितने प्रकार के होते है


सामान्यतः बीमा 2 प्रकार के होते है लेकिन कई कंपनिया आपको कई प्रकार के बीमा का सुझाव देते है। 

  1. जीवन बीमा 
  2. साधारण बीमा 

जीवन बीमा 


बीमा कम्पनी और बीमा धारक के बीच ऐसा अनुबंध जिसमें बीमा धारक छोटी छोटी राशि के रूप में प्रीमियम का भुगतान करता है और कंपनी द्धारा व्यक्ति की मृत्यु के पश्चात उस बीमा  कवरेज को बीमा धारक के उत्तराधिकारी को प्रदान किया जाता है। यह बीमा व्यक्ति अपनी मृत्यु के पश्चात परिवार की आर्थिक स्तिथि को मजबूत बनाए रखने के लिए करवाता है। जीवन बीमा में बीमा धारक व्यक्ति कंपनी के साथ तय किये गए प्रीमियम का भुगतान करता है जिसके फलस्वरूप कंपनी किसी भी प्रकार के नुकसान के पश्चात तय राशि प्रदान करती है। 

जीवन बीमा उन व्यक्तियों को अवश्य लेना चाहिए जिनका पूरा परिवार सिर्फ उन पर ही निर्भर है क्यूँकि भगवान न करें कभी किसी हादसे परिवार के मुखिया की मृत्यु हो जाती है तो पूरा परिवार आर्थिक संकट में आ जाता है। इसके विपरीत अगर उस व्यक्ति का जीवन बीमा होता है तो परिवार के लोगों को एक मुश्त राशि प्राप्त होती है जिससे आर्थिक तंगी का सामना न करना पड़े। 

जीवन बीमा भी कई अलग अलग भागों में वर्गीकृत है जो निम्न प्रकार से है। 

टर्म लाइफ इन्शुरन्स 


टर्म लाइफ इन्शुरन्स का नाम तो आपने सुना ही होगा लेकिन आपको यह पता नहीं होगा की टर्म लाइफ इन्शुरन्स क्या है तो यह एक ऐसा बीमा प्लान है जिसमें कंपनी और बीमा धारक के बीच एक निश्चित अवधि जैसे 5 साल, 10 साल, 15 साल और इससे ज्यादा भी हो सकती है। इस अवधि के अंतर्गत अगर बीमा धारक की मृत्यु हो जाती है तो कंपनी द्धारा निश्चित राशि बीमा धारक के उत्तराधिकारी को सौंप दी जाती है। अगर बीमा की निश्चित अवधि खत्म हो जाती है और बीमा धारक जीवित होता है तो उसे कोई भीराशि प्रदान नहीं की जाती है। 

स्थायी जीवन बीमा 


स्थायी जीवन बीमा की अवधि कंपनी और बीमा धारक के अनुबंध पर निर्भर करती है इसमे बीमा धारक द्धारा कंपनी को छोटी छोटी राशि के रूप में प्रीमियम दिया जाता है जिसके फलस्वरूप काफी कैश भी इकट्ठा हो जाता है। यह बीमा तब तक चलता है जब तक बीमा धारक प्रीमियम का भुगतान करता रहता है और जब भी बीमा अवधि समाप्त होती है तो उसे एक मुश्त धन राशि प्रदान की जाती है लेकिन अगर बीमा धारक की मृत्यु हो जाए तो उसके द्धारा नामित व्यक्ति को यह राशि प्रदान की जाती है। 

ऋण जीवन बीमा 


वर्तमान में हर व्यक्ति के ऊपर कुछ न कुछ जरूर रहता है और कई लोग ऋण के दबाव से अपने परिवार को बचाने के लिए ऋण बीमा करवाते है। अगर किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है और उसके ऊपर किसी भी प्रकार का कर्ज या ऋण होता है तो उसका भुगतान ऋण बीमा के तहत कंपनी द्धारा किया जाता है। ऋण जीवन बीमा होने से व्यक्ति की मृत्यु के पश्चात उसके परिवार को इसका दबाव झेलना नहीं पड़ता है। 

साधारण बीमा 


साधारण बीमा दैनिक जीवन में उपयोग की जानी वाली वस्तुओं के नुकसान की क्षतिपूर्ति करने के लिए किया जाता है। इस बीमा के अंतर्गत बीमा धारक को स्वास्थ्य बीमा, घर/संपत्ति बीमा, ऑटो बीमा, व्यापार बीमा आदि प्रदान किये जाते है जिससे इनसे संबधित किसी भी नुकसान का हर्जाना कंपनी द्धारा प्रदान किया जाता है। 

स्वास्थ्य बीमा 


स्वास्थ्य बीमा वर्तमान में सबसे जरूरी और आवश्यक बीमा हो गया है जिसका मुख्य कारण हर दिन फैलती नई नई बीमारियाँ और रोग है। इसके साथ ही जितनी बड़ी बीमारी है तो उससे भी ज्यादा उसके इलाज का खर्चा है लेकिन अगर आपका स्वास्थ्य बीमा है तो इलाज में खर्च राशि कंपनी द्धारा प्रदान की जाती है। हालाँकि खर्च की सीमा आपके बीमा अनुबंध समय तय राशि ही होती है। बीमा कंपनी मेडिकल और सर्जिकल खर्च के अलावा अस्पताल के खर्चे के साथ साथ मृत्यु तक भी धनराशि प्रदान करती है। 

वाहन बीमा 


अगर आपके पास एक वाहन है तो उसका बीमा भी होना जरूरी है अन्यथा आप पर फाइन लग सकता है क्योंकि भारत में सड़क पर चलने वाले किसी भी वाहन का बीमा होना अनिवार्य कर दिया गया है। वाहन बीमा ट्रैफिक पुलिस के चालान से तो आपको बचाएगा ही लेकिन इसके साथ साथ आपके वाहन के चोरी होने या दुर्घटना से होने वाले नुकसान की भी भरपाई करता है। इसके अलावा इसका सबसे अच्छा फायदा तब होता है जब आपके वाहन से किसी को चोट लग जाए तो उसे भी थर्ड़ पार्टी बीमा के तहत धन राशि प्रदान की जाती है। 

घर का बीमा 


घर का बीमा तो आपको घर खरीदने से पहले करवाना चाहिए क्योंकि इससे आपको घर में होने वाले किसी भी नुकसान की भरपाई की जाती है। अगर कभी किसी प्राकृतिक आपदा जैसे भूकंप,आग,बाढ़ और आकाशीय बिजली आदि के अलावा कई कृत्रिम चीजों जैसे चोरी और लड़ाई दंगे में होने वाले नुकसान की भरपाई बीमा कंपनी द्धारा की जाती है। 

इसके अलावा अगर आपके घर पर लोन है तो आप Home Loan Insurance करवा सकते है जिससे EMI का खर्च बीमा कंपनी द्धारा वहन किया जाता है। इसके अलावा आप जब बीमा करवाए तो कंपनी द्धारा  दिए फायदों के बारे में जानकारी अवश्य प्राप्त करें। 

यात्रा बीमा 


यात्रा बीमा के नाम से ही पता चलता है यात्रा के दौरान किसी दुर्घटना या आपातकाल स्तिथि में हुए नुकसान की भरपाई करता है। अगर आप कहीं घूमने जा रहे है तो यात्रा बीमा अवश्य करवाना चाहिए इससे यात्रा के दौरान अगर आपका कोई सामान घूम या चोरी हो जाता है तो उसका भुगतान बीमा कंपनी द्धारा किया जाता है। यात्रा बीमा सिर्फ यात्रा की अवधि तक ही मान्य होता है इसके पश्चात इसका कोई मोल नहीं रहता है। किसी भी ट्रेवल पोर्टल से टिकट बुक कराने पर आपको यात्रा बीमा लेने का सुझाव अवश्य दिया जाता है। 

फसल बीमा 


फसल बीमा किसानों को राहत प्रदान करने का कार्य करता है। कई बार हम देखते है की बारिश और अकाल के कारण किसानों की फसल नष्ट हो जाती है जिससे किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ता है। किसान अगर फसल का बीमा करते है तो फसल के नष्ट होने पर जो भी नुकसान होगा उसकी भरपाई बीमा कंपनी द्धारा की जाती है। इसके अलावा कई सरकारी योजना या बीमा जिसके तहत भी फसल के नुकसान की धन राशि किसान को दी जाती है। 

इलेक्ट्रॉनिक गैजेट बीमा 


वर्तमान में कई ऐसी भी है जो इलेक्ट्रॉनिक गैजेट जैसे मोबाइल फ़ोन,LED,लैपटॉप और कई उपकरणों पर बीमा की सुविधा प्रदान करते है ताकि अगर आपके गैजेट को भविष्य में किसी भी प्रकार का नुकसान हो तो उस की भरपाई हो सकें। 

बीमा कैसे काम करता है 


बीमा कंपनी बीमा धारक के साथ अनुबंध करती है जिसके फलस्वरूप बीमा धारक की निश्चित अवधि में उस सामान को जो भी नुकसान होता है उसकी क्षतिपूर्ति करती है। वर्तमान में बड़ी मात्रा में लोग बीमा करने के इच्छुक है लेकिन कंपनी सभी को एक साथ भुगतान नहीं कर सकती है इसके लिए वे हर निश्चित अवधि पर बीमा धारकों से प्रीमियम प्राप्त करती है। बड़ी मात्रा में लोग बीमा करवाते है लेकिन कंपनी से संबधित शर्ते के अनुसार व्यक्ति अपनी वस्तु का नुकसान होने पर ही हर्जाने का दावा कर सकता है। 

हर दिन बड़ी मात्रा में लोग वाहन खरीदते है और बीमा भी करवाते है लेकिन उन सभी में से कुछ ही लोगों का नुकसान होता है जिससे उन्हें बीमा राशि प्राप्त होती है लेकिन जिनके कुछ भी नुकसान नहीं होता है तो उन्हें कुछ भी प्राप्त नहीं होता है जो किसी भी कंपनी के लिए फायदेमंद साबित होता है। 


बीमा कंपनी किसी भी प्रकार का मुआवजा देने के लिए निम्न शर्तो या सिद्धांतो का पालन करती है। 

  • बीमा कंपनी किसी वस्तु का वास्तविक मूल्य प्रदान करती है नाकि आपके भाव के हिसाब से हर्जाना देती है। 
  • आपका प्रीमियम जितना बड़ा होगा आपको उतनी बड़ी राशि बीमा कंपनी हर्जाने के रूप में प्रदान करती है। 
  • आपकी वस्तु को नुकसान जानबूझकर नहीं पहुंचाना चाहिए,यह साबित होने पर आपको कोई क्लेम नहीं प्राप्त होगा। 



उम्मीद है दोस्तों आपको यह लेख पसंद आया होगा और आपको बीमा क्या है और बीमा कितने प्रकार के होते है आदि के बारे पूरी जानकारी प्राप्त हुई होगी। किसी भी प्रकार का बीमा आपके जीवन का अनमोल अंग होता है और आपकी वित्तीय रूप से काफी सहायता भी करता है चाहे स्वास्थ्य हो या वाहन या घर आपकी हर वस्तु के नुकसान क्षतिपूर्ति होगी। इसके अलावा भी अगर आपको लगता कोई जानकारी इस लेख में नहीं है तो कमेंट में अवश्य बताए।  




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