नमस्कार दोस्तों इस लेख में आप सर्वनाम के भेद के बारे में पूरी जानकारी हिंदी में जानेंगे , दोस्तों सर्वनाम से जुड़े कितने सवाल हमारे सामने हर बार हिंदी की परीक्षा के दौरान आते है और हम उन्हें हल भी कर लेते है। इसमें लोकप्रिय सवाल सर्वनाम के प्रकार या भेद कई बार स्कूल और प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछें जाते है और इसमें कई छात्र कंफ्यूज हो जाते है और इसका जवाब नहीं दे पाते है।
दोस्तों सर्वनाम का प्रयोग संज्ञा के स्थान पर किया जाता है जिससे वाक्य को स्पष्ट रूप से प्रस्तुत कर सकते है उदाहरण के लिए रोहित एक अच्छा विध्यार्थी है , वह रोज स्कूल जाता है। यहाँ पर दीपक एक संज्ञा और वह एक सर्वनाम और वाक्य को स्पष्ट करने के लिए दीपक को दोबारा रीपीट न करके वह सर्वनाम का प्रयोग किया है। इसी सर्वनाम के भेद को उदाहरण सहित अच्छी तरह जानने के लिए इस लेख को अच्छी तरह से पढ़ें।
सर्वनाम के भेद और परिभाषा
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सर्वनाम के भेद और परिभाषा व उदाहरण के साथ पूरी जानकारी जाने हिंदी में |
सर्वनाम :- जो शब्द संज्ञा के स्थान पर प्रयोग किया जाते है क्रमशः उन्हें सर्वनाम कहा जाता है। सर्वनाम का प्रयोग किसी एक व्यक्ति के लिए न होकर सभी के लिए होता है जैसे अगर आप कहते यह उसका सामान है तो इसमें " उसका " कोई भी हो सकता है जरूरी नही की एक विशेष व्यक्ति के लिए सर्वनाम का प्रयोग हो।
सर्वनाम 2 शब्दो से मिलकर बना हुआ है
सर्वनाम = सर्व + नाम अर्थात सबका
:- मै, तुम, हम, वह, उसका, इसका, कोई, कुछ आदि सर्वनाम जिनका प्रयोग हम वाक्य को आकर्ष्क बनाने के लिए करते है।
जैसे :-
- मै :- मै खेलने जा रहा हूँ।
- तुम :- तुम क्या कर रहे हो।
- कोई :- घर में कोई है क्या ?
- हम :- हम आज साथ खाना खाएंगे।
- आप :- अरे आप कब आए।
सर्वनाम का प्रयोग
दोस्तों सर्वनाम का प्रयोग वाक्य को सरल और स्पष्ट रूप से प्रस्तुत करने के लिए किया जाता है जिससे उस संज्ञा को बार न बोलकर उसकी जगह सर्वनाम के प्रयोग से भी वाक्य का अर्थ आसानी से निकल जाता है। सर्वनाम का उपयोग करने और न करने पर निम्न प्रकार से वाक्य देखने को मिलेंगे।
जैसे :-
- रोहित एक ब्लॉगर है,
- रोहित खाना खा रहा है,
- रोहित की माताजी गृहणी है,
- रोहित के पिताजी दिल्ली रहते है,
- रोहित की बहन पढ़ाई कर रही है ,
सर्वनाम प्रयुक्त होने बाद
- रोहित एक ब्लॉगर है,
- वह खाना खा रहा है,
- उसकी माताजी गृहणी है,
- उसके पिताजी दिल्ली रहते है,
- उसकी की बहन पढ़ाई कर रही है ,
दोस्तों आपने देखा हमने बिना रोहित का नाम लिए सबकुछ बता दिया और इसका अर्थ भी हर किसी के समझ में आ गया। इस तरह बार - बार संज्ञा के न प्रयोग करने और सर्वनाम से वाक्य पढ़ने में भी काफी आकर्ष्क लगता है।
सर्वनाम के भेद
- पुरुषवाचक सर्वनाम
- निश्चयवाचक सर्वनाम
- अनिश्चयवाचक सर्वनाम
- निजवाचक सर्वनाम
- प्रश्नवाचक सर्वनाम
- संबंधवाचक सर्वनाम
1. पुरुषवाचक सर्वनाम :-
वे सर्वनाम जिसका प्रयोग किसी पुरुष / स्त्री आदि के लिए या बोलने वाले और सुनने वाले या किसी तीसरे व्यक्ति के लिए होता है उसे पुरुषवाचक सर्वनाम कहते है। इसमें मै , तू वह और आप सर्वनाम आते है जिनका प्रयोग करके वाक्य बनता है।
जैसे :- 1. मै लेख लिख रहा हूँ।
इसका प्रयोग वक्ता के स्वयं के लिए हो रहा है।
2. तुम क्या कर रहे हो।
इसमें सर्वनाम का प्रयोग किसी अन्य व्यक्ति के लिए किया जा रहा है
3. मैंने कहा था वह शतक लगाएगा
इसमें सर्वनाम का प्रयोग किसी तीसरे व्यक्ति के लिए किया जा रहा है।
इसी आधार पर पुरुषवाचक सर्वनाम को तीन भेदों में बाँटा गया है।
पुरुषवाचक सर्वनाम के भेद
- उत्तम पुरुष
- मध्यम पुरुष
- अन्यपुरुष
उत्तम पुरुष :- सर्वनाम जिनका प्रयोग बोलने वाले वक्ता के स्वयं के द्धारा किया जाता है जैसे :- मै , मुझे , मेरी , हमारी और मैंने आदि सर्वनाम का उपयोग उत्तम पुरुष में किया जाता है।
EX. मै आज जयपुर जाऊँगा।
मध्यम पुरुष :- वे सर्वनाम शब्द जिनका उपयोग सुनने वाले अर्थात श्रोता के लिए किया जाता है जैसे :-तुम, तुम्हें तुझे , आप ,तेरा और तुम्हारा आदि सर्वनाम शब्दो के प्रयोग माध्यम पुरुष के लिए किया जाता है।
Ex. तुम यहाँ पर क्या कर रहें हो।
अन्य पुरुष :- वे सर्वनाम शब्द जिनका प्रयोग वक्ता और श्रोता दोनों के लिए न किसी अन्य तीसरे व्यक्ति के लिए होता है जैसे उसके ,इसने, ये, वे और उनका आदि सर्वनाम शब्द अन्य पुरुष में प्रयुक्त होते है।
Ex. वे हमेशा से पढ़ाई में तेज है।
2. निश्चयवाचक सर्वनाम
वे सर्वनाम शब्द जिनका प्रयोग किसी वस्तु, व्यक्ति या स्थान का संकेत कराने के लिए किया जाता है उसे निश्चयवाचक सर्वनाम के रूप में जाना जाता है।
जैसे :-
- यह मेरी गाड़ी है।
- वह अर्जुन के पिताजी है।
इसमें यह वह सर्वनाम शब्द व्यक्ति की निश्चितता होने का संकेत दे रहे है।
3. अनिश्चयवाचक सर्वनाम
वे सर्वनाम जिसमें किसी भी वस्तु या स्थान के निश्चित होने का बोध नहीं होता उसे अनिश्चयवाचक सर्वनाम के नाम से जाना जाता है।
जैसे:-
- मेरे पीछे कोई है क्या
- मुझे तुमसे कुछ बात करनी है
- मै कुछ फल लाया हूँ।
ऊपर के वाक्यों में सिर्फ घटना का अनुमान लगाया जा रहा है कोई निश्चितता नजर नहीं आ रही है जैसे मेरे पीछे कोई है यह सिर्फ अनुमान लगाया जा रहा है कहीं पर भी पूरी तरह वक्ता निश्चित नजर नही आ रहा है।
4. निजवाचक सर्वनाम
वे सर्वनाम शब्द जिनका प्रयोग करके वक्ता किसी वस्तु पर अपना होने का बोध कराता है यानी निजीपन दर्शाता है वहाँ निजवाचक सर्वनाम होता है।
जैसे:-
- मै अपने आप वहाँ चला जाऊँगा।
- मुझे मेरा काम अपने आप करने दो।
- अपने देश की सेवा करना मेरा कर्तव्य है।
यहाँ अपने और आप सर्वनाम शब्दो के अंदर निजीपन का बोध हो रहा है और वाक्य स्वयं के ऊपर ही है इस तरह वाक्य में निजवाचक सर्वनाम का पता लगा सकते है।
5. प्रश्नवाचक सर्वनाम
जब किसी वाक्य में व्यक्ति , वस्तु या अन्य किसी के बारे में सवाल पूछने या जानने के बारे में पूछा जाता है तो वहाँ प्रश्नवाचक सर्वनाम होता है। इसके अंतर्गत कौन और क्या शब्दो का प्रयोग होता है।
जैसे:-
- राम देखों कौन आया है?
- तुम दिल्ली में क्या करते हो ?
यहाँ कौन और क्या में प्रश्नवाचक सर्वनाम का बोध होता है जिससे व्यक्ति से प्रश्न पुछे जा रहे है।
6. संबंधवाचक सर्वनाम
वे सर्वनाम शब्द जो किसी वाक्य में किसी व्यक्ति या वस्तु के बीच संबंध होने का बोध कराते है उन्हें संबंधवाचक सर्वनाम के नाम से जाना जाता है। इसमें जो - सो , जैसी - वैसी और जिसकी - उसकी आदि शब्दो का प्रयोग होता है।
EX.
- जो सोवेगा खोवेगा , जो जागेगा सो पावेगा।
- जैसी करनी वैसी भरनी।
यहाँ पर जो - सो , जैसी - वैसी में संबंधवाचक सर्वनाम का बोध कराया गया है।
FAQ
" वह " सर्वनाम है?
- उत्तम पुरुष
- माध्यम पुरुष
- अन्यपुरुष
- निजवाचक
उत्तर:- 3
निम्न में से निश्च्यवाचक सर्वनाम है ?
- यह, वह
- उन्होंने, तुमने
- उसे, हमें
- तुम्हें, उन्हें
उतर:-- 1
सर्वनाम कितने प्रकार के होते है ?
सर्वनाम 6 प्रकार के होते है।
- पुरुषवाचक सर्वनाम
- निश्चयवाचक सर्वनाम
- अनिश्चयवाचक सर्वनाम
- निजवाचक सर्वनाम
- प्रश्नवाचक सर्वनाम
- संबंधवाचक सर्वनाम
"मुझे" किस प्रकार का सर्वनाम है ?
- उत्तम पुरुष
- मध्यम पुरुष
- अन्य पुरुष
- इनमें से नहीं
उत्तर:- 1
संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होने वाले शब्दो को क्या कहते है ?
- क्रिया
- विशेषण
- सर्वनाम
- संज्ञा
उतर:- 3
पुरुषवाचक सर्वनाम के भेद कितने होते है ?
पुरुषवाचक सर्वनाम के 3 भेद होते है।
- उत्तम पुरुष
- मध्यम पुरुष
- अन्यपुरुष
निष्कर्ष
उम्मीद है दोस्तों आपको यह लेख सर्वनाम के भेद और परिभाषा पसंद आया होगा और आपको सर्वनाम का बारे में काफी जानकारी मिली होगी और आपको सर्वनाम पहचानने और सर्वनाम के भेद के बारे में अच्छी जानकारी मिली होगी। लेकिन अगर आपके मन में कोई डॉउट है तो आप कमेंट बॉक्स में अवश्य उसे पूछें।
दोस्तों इसी तरह की महत्वपूर्ण जानकारी अब फेसबुक पर भी उपलब्ध है आपको पास में नजर आ रहे फेसबुक पेज को लाइक और फॉलो करना है और इसके साथ इंस्टग्राम आइकॉन पर क्लिक करके मेरा साथ देना ताकि ऐसी नई नई जानकारियाँ हिंदी में आप तक पहुंचाते रहुँ।
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