नमस्कार दोस्तों अगर आप भी सरकारी नौकरी करने के इच्छुक है तो पटवारी शब्द आपसे अज्ञात नहीं है। इस लेख में आप पटवारी कैसे बने के बारे में जानेंगे , दोस्तों भारत में सरकारी नौकरी के कई पद उपलब्ध है उनमें से एक है पटवारी या लेखपाल ! पटवारी को अलग अलग क्षेत्र में कई नामों जैसे पटेल, कारनाम अधिकारी, शानबोगरु के नाम से जाना जाता है। पटवारी एक निर्धारित क्षेत्र जिसे हम तहसील के नाम से जानते है उसका राजस्व अधिकारी होता है जो उस क्षेत्र में भूमि से संबधित कार्यों के अलावा जाति, आय, निवास प्रमाण पत्र आदि बनवाने का कार्य है।
भारत के सभी राज्यों में समय समय पर पटवारी की भर्ती परीक्षा आयोजित की जाती है जिससे राज्य अपने क्षेत्र में जितने भी पटवारी के रिक्त स्थान होते है उन्हें पूरा करता है। वर्तमान में हर सरकारी में नौकरी काफी प्रतिस्पर्धा हो चुकी है और नौकरी पाना अब सिर्फ किस्मत का खेल हो गया है मेहनत का नहीं। लेकिन फिर भी कई युवा सरकारी नौकरी करना चाहते है तो उनके लिए इस लेख पटवारी कैसे बने में राजस्व विभाग में एक बेहतरीन पटवारी पद पर नौकरी पाने के लिए योग्यता , आयु , सिलेबस के साथ एग्जाम तक की पूरी जानकारी इस लेख में बताने वाला हूँ।
पटवारी कैसे बने
दोस्तों पटवारी भारत के राजस्व विभाग में नौकरी के लिए शानदार पद है जिस पर नौकरी मिलने के पश्चात छात्र की अपने परिवार और समाज में अलग पहचान बन जाती है इसके अलावा उसे वेतन भी काफी अच्छा मिलता है। पटवारी अपने क्षेत्र में भूमि से संबधित कार्य जैसे जमीन नक़्शे, जमीन की खरीदी बिक्री, जमीन का हस्तांतरण, आय जाती प्रमाण पत्र राजस्व अभिलेख और जमीनी सौदे से जुड़े कार्य करता है।
दोस्तों हर राज्य में कई वर्षो बाद मुश्किल कोई पटवारी भर्ती निकलती है जिसमें लाखों बेरोजगार युवा आवेदन करते है और उनमें से कुछ ही चयनित हो पाते है। अगर आप भी पटवारी बनना चाहते है तो आपको निम्न शैक्षिक योग्यता , आयु और अन्य Requirment को पूरा करना होगा।
पटवारी बनने के लिए आयु
- वे छात्र जिनकी आयु 18 से 38 वर्ष की हो वे आसानी से पटवारी पद के लिए आवेदन कर सकते है।
- जो छात्र आरक्षित वर्ग जैसे SC / ST और OBC से है तो आपको आयु में छूट मिल सकती है। यह अलग अलग राज्यों में अलग अलग होती है।
पटवारी बनने के लिए शैक्षिक योग्यता
- प्रतियोगी 12th पास होना चाहिए और इसका प्रमाणपत्र भी उसके पास अवश्य होना चाहिए।
- प्रतियोगी के पास सरकारी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए।
- प्रतियोगी के पास सरकारी मान्यता प्राप्त संस्था से कंप्यूटर डिप्लोमा होना चाहिए जैसे ( RSCIT )
- इसके अलावा कई राज्यों में पटवारी आवेदन 12th पास भी हो सकता है।
पटवारी बनने के लिए निम्न चरणों को अच्छी तरह से पढ़े
12th कक्षा पास करें
पटवारी पद के आवेदन के लिए छात्र किसी भी Steam जैसे Arts , Commerce और Science से 12th पास होना चाहिए।
ग्रेजुएशन डिग्री प्राप्त करे
दोस्तों पहले 12th पास भी पटवारी पद के लिए आवेदन कर सकते है लेकिन अब कई राज्यों में पटवारी के आवेदन के लिए ग्रेजुएशन डिग्री अनिवार्य कर दी गयी है।
कंप्यूटर कोर्स करें
दोस्तों पटवारी पद के आवेदन से पहले आपके पास सरकारी मान्यता प्राप्त कंप्यूटर संस्था से डिप्लोमा प्राप्त होना चाहिए। जैसे दोस्तों मै राजस्थान से हूँ तो यहाँ पर किसी भी सरकारी नौकरी के लिए RSCIT डिप्लोमा को काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। अगर आप भी राजस्थान से है तो आपको RSCIT की आवश्यकता होगी व अन्य राज्यों में यह डिप्लोमा कोर्स अलग अलग हो सकते है। इसके अलावा अगर आपने ग्रेजुएशन BCA , B.sc Computer Science से की है तो आपको किसी भी डिप्लोमा की आवश्यकता नहीं होगी।
RSCIT की Full Form:- Rajasthan State Certificate In Information Technology.
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पटवारी एग्जाम की तैयारी करे
दोस्तों बाकि सभी काम अगर आप पुरे कर भी लेंगे लेकिन अगर आपने एग्जाम की तैयारी अच्छी तरह से नहीं की तो आप पटवारी पद के सेलेक्ट नहीं हो पाएंगे। इसलिए सभी विषयों को पढ़ने का एक टाइम टेबल बना ले ताकि आपको पढ़ने के दौरान मुश्किल का सामना न करना पड़े। इसलिए ज्यादा से उस विषय को समय दें जो आपको कठिन लग रहा है।
पटवारी की तैयारी निम्न तरीकों से करें
दोस्तों किसी भी परीक्षा को पास करने के लिए आपको 2 बातों का ध्यान जरूरी रखना चाहिए, जो निम्न प्रकार है।
परीक्षा प्रारूप
दोस्तों अगर आपको किसी भी परीक्षा का प्रारूप पता होगा तो आप आसानी के साथ उस परीक्षा के लिए तैयारी कर पाएंगे। पटवारी की परीक्षा में लिखित और इंटरव्यू होता है लेकिन वर्तमान में कई जगह पर साक्षात्कार को हटा दिया गया है फिर भी प्रतियोगी को अपनी तरफ पूरी तैयारी करके रखनी चाहिए।
लिखित परीक्षा
किसी भी परीक्षा के लिए लिखित परीक्षा पहला पड़ाव होता है और इसी तरह पटवारी परीक्षा में भी लिखित परीक्षा होती है जिसमें छात्रों को 100 अंको के प्रश्न पूछे जाते है जो उस परीक्षा से संबधित सब्जेक्ट से जुड़े होते है। इस प्रश्नो के उत्तर देने के लिए छात्रों के पास 90 मिनट का समय होता है। पटवारी की परीक्षा में 5 सब्जेक्ट शामिल है जिसमें हिंदी और अंग्रेजी अनिवार्य शामिल होती है इसके अलावा सामान्य ज्ञान, मात्रात्मक क्षमता,पंचायत प्रणाली, ग्राम अर्थव्यवस्था और कंप्यूटर से जुड़े भी कई सवाल पूछे जाते है।
उपरोक्त सभी विषयों को ध्यान में रखते हुए 100 प्रश्न तैयार किये जाते है जो सामान्यतः 25 -- 25 अंको में विभाजित होते है जिन्हें Solve करने के लिए 90 मिनट यानी 1:30 घंटे का समय दिया जाता है।
साक्षात्कार ( Interview )
दोस्तों वर्तमान में काफी जगह Interview को हटा दिया गया है लेकिन आप जिस भी राज्य में रहते है वहाँ पर जब भी पटवारी भर्ती आयोजित होती है तो आप उस Guideline को अच्छी तरह पढ़ ले। जब प्रतियोगी छात्र लिखित परीक्षा में 80 से ऊपर Marks प्राप्त कर लेता है तो उसे साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है
पटवारी पद संभाले
पटवारी का कार्य
- पटवारी अपने क्षेत्र का राजस्व अधिकारी होता है उसी की देख रेख में जमीन को खरीदा और बेचा जाता है। क्यूंकि उसके पास पुरे क्षेत्र की जमीन की जानकारी होती है इसके अलावा भी पटवारी के निम्न कार्य होते है।
- जब भी क्षेत्र में किसी भी आपदा के कारण नुकसान होता है तो पटवारी उसे सरकार के समक्ष दर्शाता है जिससे किसानों को मुआवजा मिलता है।
- पटवारी के पास अपने क्षेत्र की जमीन का ब्यौरा होता है।
- अपने क्षेत्र में कौनसी जमीन बेचीं गयी और कोनसी खरीदी गयी यह भी पटवारी को पता होता है।
- खेती से जुड़े कई मुद्दों जैसे नापना और फसल बीमा आदि में पटवारी किसान की सहायता करता है।
- जमीन बंटवारे के दौरान एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति पर जमीन नाम पटवारी ही करता है।
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